चौकी प्रभारी रम्पुरा थाना रुद्रपुर चौकी प्रभारी 30नि0 नवीन बुधानी को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि शफी अहमद निवासी पहाड़गंज रुद्रपुर उधमसिंहनगर की नाबालिग पुत्री का पड़ौस के ही एक शादीशुदा व्यक्ति से करीब 5-6 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था जिस कारण उसके अम्मी अब्बू द्वारा 23/24-2-2024 को रात्रि में किसी समय गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी है लेकिन आसपास के लोगों को बताया है कि उसने फांसी लगा ली गई है।
हत्या को छिपाने के लिये उसके मृत शरीर को दफनाने के लिये अपने मूल निवास बजावाला थाना अजीमनगर जिला रामपुर के कब्रिस्तान में दफनाने के लिये लेकर गये है इस सूचना को उच्चाधिकारीगण को अवगत कराकर उचित दिशानिर्देश प्राप्त कर चौकी प्रभारी को मय पुलिस टीम के गांव बजावाला थाना अजीमनगर जिला रामपुर भेजा गया मृतका के पैतृक गांव में शव के कफन दफन की तैयार हो रही थी पुलिस द्वारा तत्परता दिखाते हुये परिजनों के कफन दफन से रोका गया।
शव के चेहरे से कपड़ा हटाने पर चेहरे पर चोट व गले पर चोट के निशान पाये जाने पर मृत्यु के कारण पूर्णतया संदिग्ध पाये जाने पर शव को कब्जे में लेकर परिजनों के साथ शव को रुद्रपुर मोरचरी लाया गया जहां पर महिला उपनिरीक्षक के द्वारा शव का पंचनामा भरा गया तथा पोस्टमार्टम पैनल के द्वारा करवाने के लिये अनुरोध किया गया। पोस्टमार्टम के बाद मृतका के शव को अंतिम संस्कार हेतु परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण गला घोंटने से (Asphyxia Due to Throtting) होना पाया।
जांच पड़ताल तथा लोगों से मिली जानकारी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट था कि मृतका के माता पिता द्वारा ही मृतका के प्रेम प्रसंग के चलते झुब्ध होकर दिनांक 23/24-2-2024 की रात्रि में किसी समय गला घोंटकर हत्या कर दी और अपना अपराध छिपाने के लिये चुपचाप मृतका के शव का अंतिम संस्कार करने हेतु पैतृक गांव बजावाला थाना अजीमनगर जिला रामपुर ले गये। जिस पर वादी मुकदमा उपनिरीक्षक नवीन बुधानी चौकी प्रभारी रम्पुरा थाना रुद्रपुर की तहरीर के आधार पर मृतका के पिता शफी अहमद पुत्र निवासी गांव बजावाला थाना अजीमनगर जिला रामपुर हाल पहाड़गंज थाना रुद्रपुर जिला उधमसिंहनगर तथा माता खातूनजहां पत्नी मौहम्मद शफी निवासी उपरोक्त के विरुद्ध कोतवाली रुद्रपुर पर मुकदमा एफआईआर संख्या 114/2024 धारा 302/201 भादवि बनाम शफी अहमद उपरोक्त पंजीकृत किया गया तथा विवेचना प्रभारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार द्वारा ग्रहण की गई। आज दिनांक 26/2/2024 को पुलिस टीम द्वारा मृतका के माता पिता को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। तथा उनकी निशादेही पर घर से ही घटना में प्रयुक्त दुपट्टा बरामद किया गया।
अभियुक्तगणों ने पूछताछ पर स्वीकार किया कि दो वर्ष पहले हमें पता चला कि पहाड़गंज का रहने वाले एक लड़के के साथ मेरी पुत्री बात करती है और इनकी आपस में दोस्ती है। मैंने दोनों को पहले भी डांटा फटकारा था तथा लड़की शबाना को भी मारापीटा था कि भविष्य में इस लड़के से कोई संबंध नहीं रखेगी। दिनांक 23-02-2024 की रात में करीब 10 बजे हम लोग खाना खाकर सो गये थे। हम लोग एक ही कमरे में सोते हैं। मैं बच्चों के साथ सोती है और पति अलग चारपाई पर सोते है। सुबह करीब 4 बजे मेरी आंख खुली तो देखा कि बड़ी बेटी कमरे में नहीं है।
मैने ये बात पति को बताई पति उसे देखने के लिये छत पर गये तथा मै लैट्रीन की तरफ को देखने के लिये गयी। जब वह वहां भी नहीं दिखी तो मैं भी पति के पीछे पीछे छत में गई तो बड़ी बेटी ऊपर वाले कमरे के बाहर खड़ी थी। जब हम लोग कमरे से उपर छत की तरफ जा रहे थे तो हमें छत में किसी आदमी के भागने की आवाज सुनाई दी जब हम छत पर पहुंचे तो देखा कि लड़की उपर अकेले खड़ी है हमने बोला यहां क्यों खड़ी है, और तुझसे मिलने कौन आदमी आया था वो चुप रही तो पति को गुस्सा आ गया इसके बाद उन्होंने शबाना को दो थप्पड़ मारे और पूछा कौन आया था वो कुछ नहीं बोली।
तब उसे हम दोनों उसके बाल खींचकर उसे नीचे कमरे में ले आये और उसे पति ने उसे गुस्से के मारे चार पांच थप्पड़ और मारे तब उसने बताया कि वही लड़का आया था। मैं उससे मिलने उपर गई थी मेरे पति को बहुत गुस्सा आ गया और उन्होंने उसका मुंह दबाया और मैंने दुपट्टे से गला दबाया उसके बाद दुप्पटे से गला खींच दिया फिर पति ने एक हाथ से उसका मुंह दबाया तथा एक हाथ से उसका गला दबाया और शबाना जब फड़फड़ाने लगी तो मैने उसकी टांगें पकड़ ली मेरे पति ने करीब 15-20 मिनट तक उसका गला दबाये रखा जब तक व पूरी तरह से शांत न हो गई।
जब हम मियां बीवी को यकीन हो गया कि लड़की मर गई है तो हम दोनों ने लाश को ठिकाने की प्लानिंग बनाई। कि लोगों से कहेंगे की लड़की ने छत वाले कमरे में फांसी लगा ली है और हम बाड़ी का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते इसीलिये पुलिस को सूचना नहीं देंगे। फिर हमने पड़ौस के चार पांच लोगों को पुत्री का फांसी लगाकर मरना बताया मैंने तथा मेरी बीवी ने आपस में सलाह कर सोचा कि लाश को गांव में ले जाकर ठिकाने लगाना सही होगा अगर यहां पुलिस को पता लग गया तो हम फंस सकते हैं।
फिर पति ने नबीजान को फोन कर बताया कि अपने रिश्तेदार की गाडी में अपने मूल गांव बजावाला थाना- अजीमनगर को चले गये और वहां पर पहुंचकर कफन दफन की तैयारी करने लगे। दफनाने के लिये घर से निकलने की तैयारी कर ही रहे थे कि पुलिस आ गई और लड़की के चेहरे की चोट देखकर मुझसे पंचनामा कराने को कहा तो हम लोग शव को लेकर रुद्रपुर आ गये। हमने पुलिस को ये बताया था कि हमारी लड़की ने फांसी लगाई थी। साहब मेरी पुत्री बिगड़ गई थी उसे हमने समाज के उंच नीच के बारे कई बार अच्छे बुरे तरीके से समझा दिया था और मारापीटा भी था परन्तु उसने हमारी कोई बात नहीं मानी और उस लड़के से मिलना जारी रखा जवान लड़की के इस कारनामे से हमारी आसपड़ौस व बिरादरी में काफी बदनामी हो रही थी अपनी इज्जत को बचाने के लिये हम दोनों ने अपनी बेटी का गला घोंटकर जान से मार दिया। अभियुक्तगण को न्यायालय पेश किया जा रहा है।