देहरादून। अनुज शेखर चमोली अपने कर्म और कर्तव्य के साथ साथ समाज के प्रति कर्म और कर्तव्य को भी बखूबी निभाते आ रहे है | पिछले कई वर्षों से गरीब, वंचितों की मदद करते आ रहे हैं। अपने कॉलेज के दिनो से ही वे गरीब बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन के रूप में शिक्षा दान करते थे।
वर्ष 2015 एवम 2016 में एस.एस.सी की परीक्षा पास की, जिसके बाद एक साल शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार में काम किया। उनका चयन नायब तहसीलदार पद पर भी हुआ था | लेकिन उनकी माता के स्वास्थ्य के कारण वर्ष 2019 समीक्षा अधिकारी, उत्तराखंड सचिवालय का चयन किया और वर्तमान में यहीं कार्यरत हैं।
वर्तमान में उनके द्वारा किए जा रहे समाजिक कार्य से वह समाज को जागरूक करने का कार्य भी कर रहे है | पिछले 4 सालों में अपनी टीम के साथ लगभग 500 से अधिक पेड़ लगाए जिसमे इस साल लगाए लगभग 100 पेड़ शामिल रहे। पिछले कई वर्षों से सर्दियों में बेघर लोगों को कम्बल बांटते हैं, जो कि इस वर्ष भी जारी है। वही अनुज शेखर चमोली दो असहाय परिवार के बच्चों की मासिक फीस का वहन करते आ रहे हैं।
गंभीर रूप से घायल कल्याणी देवी के लिए सचिवालय क्रिकेट क्लब की मदद से 11 हजार रुपए की मदद की। चमोली द्वारा कोविड के समय से ही हर माह किसी वंचित परिवार को राशन देते आ हैं। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों को फ्री कोचिंग एवम गाइडेंस देते हैं।
अनुज शेखर चमोली ने स्ट्रीट डॉग्स जो सर्दियों में रात को गाड़ी की टक्कर से घायल या उनकी मौत हो जाती हैं, उनकी मदद के लिए कुत्तों के गले में डॉग्स रिफ्लेक्टिव कॉलर लगाने का यह सराहनीय कार्य वर्तमान में कर रहे हैं जिससे रात को गाड़ी वालों को उनके कॉलर की चमक दिखाई दे और वह दुर्घटना घटित होने से बच सके।
इसके अलावा कोविड के समय अपने ग्रुप की मदद से एक लाख से ज्यादा रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए इकट्ठे किए। सैनिकों के लिए राखी अभियान, महिला स्वास्थ्य कर्मियों के लिए चॉकलेट अभियान भी अनुज शेखर चमोली द्वारा चलाया जा चुका हैं।