राम नगरी अयोध्या से कुल 93 बच्चों का रेस्क्यू किया गया है। बिहार के अररिया से सहारनपुर 93 बच्चों को ले जाया जा रहा था। इन बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने अयोध्या से रेस्क्यू किया है। इन सभी बच्चों की उम्र 5 से 9 वर्ष के बीच बताई गई है। सभी बच्चों को देवकली चौराहे के पास एक बस से चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के लोगो ने रेस्क्यू किया है।
जानकारी में के मुताबिक सभी बच्चों को बस में जानवरों की तरह ठूसा गया था। बताया जा रहा है कि सभी बच्चे गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। चाइल्ड वेलफेयर एसोसिएशन की माने तो इन बच्चों में से कई की फर्जी आधार कार्ड भी हो सकते हैं। इस मामले की तरह से जांच की जाएगी क्योंकि इसमें बड़ी साजिश होने की संभावना जताई जा रही है।
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य सुनीता यादव ने बताया है कि जो बच्चे मिले हैं सभी की काउंसलिंग करवाई जा रही है। कई बच्चों को यह भी नहीं पता है कि वह आपस में भाई-बहन है या एक ही मोहल्ले से ताल्लुक रखते हैं। कई बच्चों को अपने घर का सही पता भी नहीं मालूम है। कोई ऐसे बच्चे भी हैं जिनको अपने नाम की जानकारी भी नहीं है। बच्चे आपस में भी एक दूसरे को नहीं जानते हैं ऐसे में इनकी पहचान करना काफी मुश्किल हो गया है।
सामने पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष को कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि बच्चों को अवैध रूप से बिहार के अररिया से सहारनपुर लाया जा रहा है। इस सूचना पर तत्काल कार्रवाई की गई और बच्चों को चांगो से चुराया गया है। अब बच्चे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के संरक्षण में है।
इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। इस घटना में जो भी लोगों को पकड़े गए हैं उनके पास बच्चों के अभिभावकों द्वारा सुपुर्द किया जाने का कोई पत्र या दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं। शुरुआती तौर पर बच्चों को शेल्टर होम में रखा जाएगा इसके बाद परिवारों से संपर्क भी साधने की कोशिश की जाएगी।