देसही देवरिया। महुआडीह थानाक्षेत्र के मठिया गांव के जगलाल प्रसाद की हत्या कर शव गोरखपुर जिले के खोराबार थानाक्षेत्र में फेंके जाने के मामले का खोराबार पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया है। जगलाल के अपने सगे बेटे ने ही अपने तीन साथियों के साथ मिलकर घर में ही पिता की हत्या कर दी थी। उसके बाद बाइक पर पिता के शव को बीच में रखकर एक साथी के साथ खोराबार के सुनसान एरिया में ठिकाने लगाया था। पुलिस ने बेटे और उसके साथियों पर केस दर्ज कर लिया है। बेटे सहित दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर बाकी हत्यारोपियों की तलाश कर रही है। बेटे ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। उसने पुलिस को बताया कि प्रापर्टी को लेकर पिता को मौत के घाट उतारा।
महुआडीह थानाक्षेत्र के मठिया गांव के जगलाल प्रसाद (56) महुआडीह थाना मुख्यालय के पास, हाटा मार्ग पर अपने मकान में वाहन धुलाई का काम करते थे। सोमवार की रात को शाम साढ़े सात बजे तक जगलाल स्थानीय चौराहे पर अपने शुभचिंतकों के बीच बैठकर बात करते हुए देखे गए थे। मंगलवार की दोपहर उनका शव गोरखपुर जिले के खोराबार थानाक्षेत्र के भैंसहा गांव के पास खेत में लोगों ने देखकर शोर मचाया। सूचना पर पहुंची खोराबार पुलिस ने मृतक की शर्ट पर महुआडीह चौराहे के एक दर्जी की दुकान का स्टीकर लगा देखकर महुआडीह पुलिस को मृतक का फोटो भेज कर पहचान कराई।
जगलाल के बेटे ने पिता के शव को पहचानने से साफ इन्कार कर दिया। महुआडीह पुलिस बेटे और पत्नी को हिरासत में लेकर गोरखपुर गई। वहां शव की शिनाख्त कराकर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर, देर शाम शिनाख्त के बाद पत्नी को छोड़ दिया गया। बेटे को हिरासत में रखा गया। रात को पुलिस ने मठिया और पास के गांवों से कई और युवकों को उठाया। पूछताछ में मिले अहम सुराग पर पुलिस तेजी से आगे बढ़ी।
बेटे से दोबारा कड़ाई के साथ हुई पूछताछ में उसने अपने साथियों के साथ मिल कर साजिश रच कर पिता की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। उसने हत्या की वजह बताई कि पिता करोड़ों की प्रापर्टी बेचना चाहते थे। यह भी बताया कि हत्या के बाद शव को बाइक पर बीच में बैठाया। पीछे एक साथी को शव पकड़कर बैठा लिया। उसके बाद खोराबार में ले जाकर शव ठिकाने लगा दिया।
पुलिस ने जगलाल के बेटे रत्नेश प्रसाद (25), मठिया गांव के ही पीयूष मिश्रा (24), हिमांशु मिश्रा (21) पुत्रगण धर्मेंद्र मिश्र, गौरीबाजार थानाक्षेत्र के खिरहा गांव के रानू (25) पुत्र विश्वनाथ तिवारी पर हत्या का केस दर्ज कर बेटे रत्नेश प्रसाद व पीयूष मिश्र को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से जेल भेज दिया गया।
जगलाल प्रसाद ने अपनी जिंदगी में कभी यह नहीं सोचा होगा कि जिस इकलौते बेटे को अपनी पत्नी के साथ वह इतने प्यार के साथ पाल रहा है, दिन-रात उसके बड़ा होने और कामयाब बनाने के स्वप्न देखता था। वही बेटा इंसानियत को शर्मशार कर उनका गला दबाकर इस तरह हत्या कर देगा। जानकारी के अनुसार, हत्या की पूरी योजना कुछ दिन पहले ही बन गई थी। इसी के तहत घर रह रहे एक रिश्तेदार को दस दिन पहले उसके घर भेज दिया गया। ताकि वारदात को अंजाम दिया जा सके।
जगलाल की पत्नी और उनके बेटे से पिछले करीब तीन माह से विवाद चल रहा था। कई बार घर में उनकी पिटाई हो चुकी थी। करीब एक माह पहले बेटे और पत्नी की पिटाई से उनका एक हाथ टूट गया था। वह अपने लोगों से अक्सर कहते थे कि हमारे अपने ही किसी दिन मेरी हत्या कर देंगे। उनकी मिलनसार और व्यवहार कुशलता से गांव सहित क्षेत्र के लोग काफी आहत हैं। हर तरफ यही चर्चा है कि अब भला कोई किस पर विश्वास करे, अपना खून ही बन जा रहा कातिल। जगलाल को परिवार वाले भोजन नहीं दे रहे थे। बगल में कुछ लोग उन्हें भोजन करा रहे थे। या जगलाल अपने हाथ से बनाकर खा रहे थे। लोगों ने बताया कि वह परिवार को यह कह कर डरा रहे थे कि जमीन बेच देंगे।
महुआडीह थाना के पीछे हाटा और हेतिमपुर मार्ग के बीच जगलाल की करोड़ों रुपये की बेशकीमती जमीन है। अपनी जीवनचर्या और लाचारी में जगलाल करीब दस साल पहले छह से सात लोगों के हाथों अपनी कुछ जमीन बेच चुके हैं। जानकारी के अनुसार, उसमें कुछ खरीदारों ने उन्हें जमीन की तय कीमत पूरी नहीं दी थी। रजिस्ट्री भी करवा ली थी। वह मामला अभी चल रहा था। उधर, परिवार में विवाद के बाद वह जमीन फिर बेचने की बात कह रहे थे। विवाद की एक बड़ी वजह यह भी रही। उनकी जमीन पर इस समय कई भू- माफिया की भी नजर थी।